दिनाॅंक 15 अगस्त 2017 को संस्था में किशोरी बालिकाओं के लिए स्वास्थ्य, शिक्षा एवं सामाजिक विकास की दृष्टि से एक लघु कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसका उद्धेश्य 13 से 18 वर्ष की बालिकाओं में उपरोक्त विषयों के प्रति संपूर्ण जानकारी देना व उनके प्रश्नों के उत्तर देना था। कार्यशाला का उदघाटन चिकित्सालय के अधीक्षक डाॅ राजकुमार कयाल ने किया। कार्यशाला में वरिष्ठ चिकित्सक डाॅ. दीपाली कयाल, मुख्य सलाहकार श्रीमति सुजाता नन्द, संस्था की सिस्टर इन्चार्ज श्रीमति रजनी मैसी एवं कु महिमा नन्द मुख्य रूप से उपस्थ्ति रहीं। कार्यशाला में बालिकाओं को डाॅ. दीपाली कयाल ने बालिकाओं में स्वास्थ्य के अंतर्गत स्वयं की स्वच्छता, पर्याप्त पोषण, इस समय शरीर में आने वाले बदलाव के समय मानसिकता और स्वयं के प्रति संपूर्ण जागरूकता के विषय में बताया।बालिकाओं के शिक्षा संबंधी समस्यायें जैसे- गाॅव में स्कूलों का न होना, समय से पूर्व विवाह एवं सामाजिक स्तर आदि के विषय में आवश्यकतानुसार जानकारी श्रीमति सुजाता नन्द के द्वारा दी गई। उन्होंने बताया बालिकाओं की रूचि किस विषय में है यह निश्चित करने के पश्चात उस दिशा में किस तरह से कार्य किया जाये यह जानकारी दी गई। कार्यक्रम में श्रीमति रजनी मैसी ने नर्सिंग का अर्थ, महत्व, व्यक्ति सेवा के संबंध मे समझाया एवं उपस्थित बालिकाओं के विभिन्न प्रश्नों के उत्तर दिये। उपरोक्त कार्यक्रम में ग्राम बम्होरीकेला, पार, भांकरई, ढिमरोली आदि से लगभग 35 बालिकाऐं उपस्थित रहीं ।
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Vivekananda Vani
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Tuesday, 22 August 2017
किशोरी बालिकाओं की एक लघु कार्यशाला का आयोजन
दिनाॅंक 15 अगस्त 2017 को संस्था में किशोरी बालिकाओं के लिए स्वास्थ्य, शिक्षा एवं सामाजिक विकास की दृष्टि से एक लघु कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसका उद्धेश्य 13 से 18 वर्ष की बालिकाओं में उपरोक्त विषयों के प्रति संपूर्ण जानकारी देना व उनके प्रश्नों के उत्तर देना था। कार्यशाला का उदघाटन चिकित्सालय के अधीक्षक डाॅ राजकुमार कयाल ने किया। कार्यशाला में वरिष्ठ चिकित्सक डाॅ. दीपाली कयाल, मुख्य सलाहकार श्रीमति सुजाता नन्द, संस्था की सिस्टर इन्चार्ज श्रीमति रजनी मैसी एवं कु महिमा नन्द मुख्य रूप से उपस्थ्ति रहीं। कार्यशाला में बालिकाओं को डाॅ. दीपाली कयाल ने बालिकाओं में स्वास्थ्य के अंतर्गत स्वयं की स्वच्छता, पर्याप्त पोषण, इस समय शरीर में आने वाले बदलाव के समय मानसिकता और स्वयं के प्रति संपूर्ण जागरूकता के विषय में बताया।बालिकाओं के शिक्षा संबंधी समस्यायें जैसे- गाॅव में स्कूलों का न होना, समय से पूर्व विवाह एवं सामाजिक स्तर आदि के विषय में आवश्यकतानुसार जानकारी श्रीमति सुजाता नन्द के द्वारा दी गई। उन्होंने बताया बालिकाओं की रूचि किस विषय में है यह निश्चित करने के पश्चात उस दिशा में किस तरह से कार्य किया जाये यह जानकारी दी गई। कार्यक्रम में श्रीमति रजनी मैसी ने नर्सिंग का अर्थ, महत्व, व्यक्ति सेवा के संबंध मे समझाया एवं उपस्थित बालिकाओं के विभिन्न प्रश्नों के उत्तर दिये। उपरोक्त कार्यक्रम में ग्राम बम्होरीकेला, पार, भांकरई, ढिमरोली आदि से लगभग 35 बालिकाऐं उपस्थित रहीं ।
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